मेरा नाम सोनल है और मैं गुजरात से हु और यहाँ पर आप के साथ अपनी और अपने बॉयफ्रेंड की कहानी शेयर करने जा रही हु. मेरी उम्र २४ साल है और मेरे बॉयफ्रेंड की उम्र ३० साल. वो दिखने में हैण्डसम है और मैं दिखने में बहुत खुबसूरत हु. हम दोनों में से कोई भी कम नहीं था.
दोस्तों, मेरे दोस्त का नाम राजीव पटेल है और कि एक बड़े खानदान का बेटा है. हम दोनों सबसे पहले चैट पर मिले और फिर हम लोगो की दोस्ती बढती गयी और हम दोनों एक दम क्लोज फ्रेंड बन गये थे. अब हम दोनों घंटो तक एक दुसरे से फ़ोन पर बात करते रहते है. हम लोगो की कभी – कभी रात भर बातें होती रहती है.
टाइम गुजरता गया और अब हम नार्मल बातो को छोड़कर सेक्स की बातें करने लगे थे. जब सेक्स टॉपिक होता, तो उसकी पेंट गीली हो जाती थी और मेरी पेंटी भी गीली होने लगती थी. हम दोनों दो किनारे बैठे हुए दो प्यासे लोग थे और अब हमने एक होकर समन्दर में मिलना था, पर कैसे? वो सवाल सबसे बड़ा था. हम दोनों ही किसी की किसी तरह अब अपनी प्यास को बुझाना चाहते थे और बहुत ही ज्यादा तड़प रहे थे.
एक दिन हमने कहीं घुमने जाने का प्लान बनाया और हम दोनों अपने – अपने घर से बहाना बनाकर घुमने निकल पड़े. हम दोनों ने शहर में जाकर एक अच्छी होटल में रूम बुक करवा ली और हमने इस बात का भी ख्याल रखा था, कि कोई हमने वहां देख ना ले. वैसे तो हमें कोई वहां जानता नहीं था.
बस हम लोग होटल में खाना खाने के लिए ही निकलते. बाकी टाइम, हम दोनों रूम में ही बंद रहे थे. एक दुसरे के अंगो को मलते रहते थे. वो मेरी चूत को मलता और मैं उसके लंड को मलती थी. वो धीरे – धीरे मेरे बूब्स को दबाता और लिक करता कभी और कभी कभी काट भी लेता था. ये सब अभी कपड़ो के ऊपर से ही हो रहा था.
अब उसने अपनी हद छोड़ कर आगे बढ़ने का इशारा किया और मैंने हाथ को घुसा दिया उसकी पेंट के अन्दर और उसकी पेंट में अंडरवियर था. तो मैंने हाथ से उसको साइड में किया और उसके लंड को अपने हाथो से सहलाने लगी. फिर लंड को हाथ में लेकर हिलाना शुरू कर दिया.. उसका लंड एकदम से कड़क हो गया था और अंडरवियर में फस गया था. मैं अस उसे ठीक से हिला नहीं पा रही थी.
अब उसने अपने हाथ को मेरी पेंट में डाल दिया और मेरी पेंटी को साइड में कर दिया और वो अब मेरी चूत को मल रहा था. मुझे मेरी चूत पर गीला – गीला महसूस होने लगा था और वो मेरी चूत को अब अपने हाथ से दबाने लगा था.
फिर मैंने तो उसके सामने देखे बिना ही अपने काम में आगे बढ़ने का सोचा और उसकी पेंट को उतार दिया और अब मुझे कोई मुश्किल नहीं थी और वो अब सिर्फ अंडरवियर में ही था. जिसको मैंने एक तरफ कर दिया था और अब मैंने उसके लंड को बाहर निकाल लिया था और मैं उसके लंड को अपने हाथो से हिला रही थी.
फिर उसे क्या हुआ पता नहीं. उसने खुद ही अपनी अंडरवियर उतार दी और उसने अपना ७ इंच का लम्बा लंड मेरे सामने खुला रख दिया. उसे देख कर मेरे मुह में अब पानी आ गया था और अब मैं उसे बस चुसना चाहती थी. मैंने झुक कर उसके लंड को अपने मुह में ले लिया. मैंने उसके लंड को आराम से चुसना शुरू कर दिया, जैसे कि मैं कुल्फी चूस रही हो.
मैं मज़े में उसके लंड को चूस रही थी और फिर खड़ी हो गयी. फिर मैंने उस से पूछे बिना ही अपने सारे कपड़े निकाल दिए और उसके सामने नंगी हो गयी. और खड़े – खड़े में उसके सामने सेक्सी डांस करने लगी. फिर थोड़ी देर तक वो देखने के बाद, मेरे साथ हो गया और वो भी अपने लंड को उछाल – उछाल कर मेरे साथ डांस करने लगा था.
वो डांस करके – करते अपने लंड को जोर – जोर से हिला रहा था और मैं अपने बूब्स को डांस करते – करते हिल रही थी. बड़ा ही सेक्सी डांस कर रहे थे हम दोनों लोग. डांस करते – करते वो मेरे बूब्स चाटने लगा और मैं उसके लंड को जोर – जोर से हिलाने लगी.
वो मेरी चूत को चाटते – चाटते डांस कर रहा था और फिर उसने अपनी जीभ मेरी चूत में घुसा दी और अन्दर की दीवारों तक उसने चाटा और बहुत सेक्सी – सेक्सी डांस कर रहा था. क्या हम दोनों ने घंटो तक ऐसे ही डांस किया और फिर थक कर एक दुसरे से चिपक कर सो गये नंगे ही. उसने अपना लंड मेरी चूत में घुसा दिया था और चोदने लगा था, कि थकान की वजह से नीद कब आ गयी, पता ही नहीं चला.
फिर दुसरे दिन उठे और हम दोनों शुरू पड़ गये. वेटर जो नाश्ता लेकर आया था. उसे भी डॉन’ट डिस्टरब का बोल दिया और अब जब हम बुलाये, तभी आये. ऐसा भी कह दिया. वो चला गया और अब हमे कोई रोकने वाला नहीं था.
अब हम रात जैसे ही सेक्सी डांस करने लगे और अभी थोड़ा अलग कर रहे थे.. रात को लंड अलग जम रहा था और मेरे बूब्स झूम रहे थे और चूत अलग से फडफडा रही थी. अभी उसने अपना लम्बा लंड मेरी चूत में घुसा दिया था और हम लोग लंड के साथ चूत में ही डांस कर रहे थे…
बहुत मज़ा आ रहा था. फिर उसने जोर – जोर से मेरे बूब्स को दबाना शुरू किया और बहुत जोर से दबोच रहा था. लेकिन मज़ा भी आ रहा था मुझे. मेरे दोनों बूब्स को दबौच रहा था इर नीचे लंड को घिस रहा था. मेरी चूत फूली – फूली सी सेक्सी सेक्सी हो गयी थी. मेरे बदन में सेक्स का नशा चढ़ रहा था. मैंने नाख़ून भी उसके शरीर में मारने शुरू कर दिए थे और उसने मेरे बूब्स पर काठा हुआ था.
फिर उसने मुझे एक दिवार के संग टिका दिया और खड़े – खड़े ही मेरी चूत को चोदने लगा. लंड को चूत के अन्दर बाहर करने लगा और मेरी चुदाई करने लगा. ३ घंटे तक हमने चुदाई की और तब जाकर उसका माल मेरी चूत में ही निकल गया.
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