हाई दोस्तों, काम के बाद में आधा दिन खाली जाता था, इसीलिए मेने सोचा की क्यों न बच्चो को कोचिंग दूँ | मेने आपने आस पड़ोस के लोगो को बता दिया और मेरे पास बच्चे आने लगे, मेरे पास बारवी के दो बच्चे आते थे एक लड़का और एक लड़की और बाकी सब उनसे छोटे थे | मैं उनको पढाने लगा और कुछ महीनो तक चलता रहा, उनके बोर्ड के परीक्षा सामने आ गए तो मैं उनको दिन में न बुला के रात को बुलाता था और देर रात तक पढाता था और कभी कभी वो मेरे घर पे ही सो जाते थे | एक दिन क्या हुआ की वो लड़का बीमार पड गया और नही आया, मेने उस लकड़ी से पूछा तो उसी ने मुझे उसके बारे में बताया की वो बीमार हे, मेने कहा ठीक हे चलो तुम ही अकेले पढ़ लो | जो लड़की मेरे पास आती थी उसका नाम कोमल था, उसदिन वो मेरे घर पे अकेली थी और उसी दिन मेरी नियत खराब हो गयी थी उसपे |
गोरा रंग था उसका, लंबे लंबे बाल, जिस्म से अलग हुई गांड, उभरी हुई छाती बोले तो एक जीती जागती परी थी वो |उस रात में उसे पड़ा ही रहा था की वो अचानक बोली की उसे बाथरूम जाना हे और वो चली गयी, मुझे भी भूक लग गयी तो में उठ के फ्रिज में से कुछ लेने गया और फ्रिज खोल के कुछ कुछ लेने लगा, तभी मुझे कुछ अजीब सी आवाज़ आई बाथरूम से, ध्यन से सुना तो वो कोमल की कराहने की आवाज़ थी | मेने उसपे जादा ध्यन नही दिया फिर और फ्रिज से कुछ कुछ लेके खाने लगा | खा के में जाके फिरसे बिस्तर पे बैठ गया उसको पढाने के लिए और वो भी फिर थोड़े देर में आ गयी | मेने उससे पूछा की इतना समय लगता हे क्या ? उसे लगा की मेने उसकी चोरी पकड़ ली हे और वो फिर शर्मा के मुझे टेडा मेडा जवाब देने लग गयी | थोड़े देर के बाद वो बोली की आपके पास गाजर हे क्या ? उसे लगा की मुझे पता चल गया की वो क्या कर रही थी बाथरूम में | मेने कहा की हाँ फ्रिज में होगा, पर शायद तुम्हे पसंद नही आएगा |
वो बोली की कोई बात नही में केसी भी गाजर खा लेती हूँ और फिर शर्माने लगी | उसे में फिर पढा दिया और बोला की अब तुम वहा कुर्सी पे बैठ के पदलो, वो वहा गयी और फिर वहा से बोली की यहाँ गर्मी हे और फिर वो कुर्सी लेके मेरे पास बिस्तर के सामने आके बैठ गयी और बिस्तर पे किताब रख के पढ़ने लगी | उसने फिर पढते पढते अपना पैर फैलाना शुरू कर दिया और मुझे उसकी चड्डी नजर आने लगी | मेरा लंड अंदर ही अंदर टन गया और उछलने लगा | फिर कुछ देर के बाद वो बिस्तर पे हाथ रख के झुक झुक के पढ़ने लगी और मुझे उसके दोनों संतरे साफ़ साफ़ दिखाई देने लगे | उसने अंदर ब्रा भी नही पहना था, अब तो मेरा लंड अंदर पगला गया और पता नही क्या क्या कर रहा था मेरा लंड अंदर ही अंदर | मेरे दिमाग में फिर एक बात आई और फिर मेने गर्मी के बहाने अपना टी शर्ट हिलाने लगा और फिर गर्मी गर्मी कर के मेने अपनी टी शर्ट उतार दी, कुछ देर के बाद वो भी अपना टॉप हिलाने लगी, मेने पूछा क्या हुआ गर्मी लग रही हें क्या ? वो बोली हाँ बहुत गर्मी हें, मेने कहा तुम भी निकाल सकती हो अगर निकालना हें तो | वो कुछ नही बोली पर थोड़े देर के बाद बोली की निकालना तो हें पर मेने अंदर ब्रा नही पहना हें, मेने कहा तो क्या हुआ हम दो ही तो हें और थोड़ी कोई हें |
इतना सुनने के बाद उसने अपना टॉप उतार के पीछे गिरा दिया और मै उसके चूचो को दखते ही रह गया, इतने बड़े और एक दम मलाई जेसे सफ़ेद थे उसके चुचे | वो बिच बिच मै मुस्कुरा रही थी क्युकी मै काफी देर से उसके चूचो को दख रहा था |थोड़े देर के बाद मेने कहा कोमल तुम पढ़ी करते रहो मै सो रहा हूँ मेरे सर मै काफी दर्द हो रहा हें, वो बोली की ठीक हें आप सो जाओ | मै वही बिस्तर पे लेट गया आँख बंद कर के और वो पडती रही | मेने बिच मै अपना एक्टिंग शुरू कर दिया, बार बार पिच पिच करने लगा मै और सर को बार बार पकड़ रहा था जेसे सच मै बहुत दर्द हो रहा हो | इतने मै वो भी बोल पड़ी, सर बहुत दर्द हो रहा हें क्या लाओ मै सर दबा दू थोडा, मेने बोला ठीक हें थोडा दबा दो क्या पता थोडा आराम मिल जाये और फिर वो मेरे बिस्तर पे आके बैठ गयी और मेरे सर को उठा के अपने गोद पे ले ली |
वो मेरा सर दबाने लगी और मेने आँखे बंद रखी थी और जब भी मै आँखे खोलता मुझे उसके चुचे लटकते हुए दीखते थे, क्या नज़ारा था वो, अब भी याद आता हें तो दिमाग चड जाता हें मेरा | मै बिच बिच मै उसके चूचो को छु भी देता, थोड़ी वो कुछ बोलने वाली थी, एक लड़की अपने चुचे दिखा सकती हें तो चुने से थोड़ी कुछ बोलेगी | मेने करीब आठ बार छु दिया था और फिरसे जब छूने लगा तो उसने मेरे हाथ पे मार्के बोला की कब से टाइम पास कर रहे हो, करना ही हें तो पूरा करो न | इतना सुनते ही मै झट से बतेह गया और उसे अपनी तरफ खीच के चूमने लगा और उसके चूचो को कस कस के दबाने लगा मै, मेरा लंड जो कबसे प्यासा था | उसके होठ काफी नर्म लग रहे थे मुझे और चूसने मै काफी मज़ा आ रहा था मुझे…………. मेने उसे फिर बिस्तर पे लेता दिया और उसपे चड गया और उसके होठो को चूसने लगा और दोनों हाथो से उसके चूचो को दबाने लगा कस कस के और वो अपने हाथो को मेरे सर पे फेरने लगी और बिच बिच मै मेरे बालो को नोच भी देती थी वो |
करीब दस मिनट के बाद उसने मेरे बालो को पीछे की तरफ खीच के हम दोनों के होठो को अलग किया और बोली सर मुझे आपका गाजर खाना हें | मेने बोला क्यों नही कोन मना कर हें तुम्हे खाने से, और फिर मै खड़ा हो गया बिस्तर से उतर के और फिर वो मेरा पेंट खोलने लगी और फिर एक एक कर के मुझे पूरा नंगा कर दिया और फिर मेरे लंड को दख के बोली सर इतना बड़ा गाजर, मेने कहा जी हाँ | इतना बड़ा गाजर अब तुम्हे अकेले ही खाना हें | वो बोली की उसमे कोंसी बड़ी बात हें और फिर मेरे लंड को पकड़ के खेलने लगी और फिर एक दम से मुह मै ले लिया और उसे चूसने लगी, वो चूस तो ऐसे रही थी जेसे बरसो से चुस्ती आ रही हें | मेने उससे पूछा बेटा यह इतने अच्छी तरह से लंड चूस रही हो पहले भी चूसा हें क्या ? वो बोली नही इससे पहले हमेशा दखा हें, अज पहले बार चूस रही हूँ और फिर वो मेरा लंड जोर जोर से चूसने लगी |
वो मेरा लंड ऐसे चूस चूस के साफ़ की जेसे बरसो की प्यासी थी, एक दम साफ़ कर दी अंदर का पानी निकाल दी मेरे लंड से |अब उसने अपनी स्कर्ट उतार दी और फिर पेर फाड़ के खडी हो गयी मेरे सामने और बोली आओ सर मेरी चुत चूस लो, और फिर मै झुक गया और जेसे ही उसके चुत पे मेने मुह रखा और चूसने लगा वेसे ही उसने मेरे सर को पकड़ के अपनी चुत मै घुसाने लगी, मुझे लगा मेरा सर आज उसकी चुत के अंदर घुस जायेगा | मै उसकी चुत चूस रहा था और वो खुद का कमर भी हिलाने लगी और मेरे मुह से अपनी चुत रगड़ने लगी | मेने अपनी जीभ उसकी चुत मै घुसाने लगा तो वो जोर जोर से कराहने लगी अह्ह्हह्ह ह्म्म्मम्म्म्म ओह्ह्ह्हह्ह्ह्ह ह्ह्ह्हह्ह्ह्ह मर गयी मर गयी मै ह्ह्ह्हह्ह ह्म्म्मम्म्म्म करने लगी और उसकी आवाज़ सुन के मै और भी पगल सा होने लगा | वेसे ही खड़े खड़े बीस मिनट निकल गये और उसने मेरे मुह मै ही अचानक से पानी छोड़ दिया | मेने उसे फिर बिस्तर पे लेता दिया और फिर उसकी चुत पे अपना लंड रख दिया और लंड रगड़ने लगा उसने अपने दोनों हातो को अपने सर के पीछे रख दिया था और वो बिस्तर को नोचने लगी और सर को पटकने लगी थी, पर मै अब भी उसके चुत पे अपना लंड रगड़े जा रहा था, वो मेरे सामने अब गिड गिदाने लगी की सर आब मुझे और मत तडपाओ मुझे चोद दो मै और नही सह सकती डाल दो अपना ये लंड प्लिज्ज्ज़ सर प्लिज्ज्ज़ डाल दो अपना लंड मेरी चुत मै |मेने फिर अपना लंड को उसकी छेद के सामने रखा और धक्का दिया और कस के चीख पड़ी मेरा लंड तो गया पर बिच मै ही रुक गया, मै डॉ गया की चुत इतनी जल्दी केसे ख़तम हो गया, मेने लंड निकला तो देखा की लाल हो गया हें, तब मुझे पता चला की इसकी सिल तो अब अच्छे से टूटी हें, फिर मेने फिरसे लंड डालने की कोशिश की तो फिर नही जा रहा था | फिर मेने तेल लगाया और उसकी चुत पे भी थोडा लगा दिया और फिर लंड डाला तो चला गया और वो चिल्लाने लगी | अपना सर पटकने लगी बिस्तर पे और कस कस के रोने लगी | वो बोली सर निकाल दो मेरी चुत आधी फट गयी हें निकाल दो वरना पूरी फट जाएगी, पर मेने उसकी एक न सुनी और लंड डालते रहा और डालते रहा | वो रोटी रही और मै पेलता रहा और थोड़े देर के बाद उसने रोना बंद कर दिया और फिर मेरा साथ देने लग गयी, उसका दर्द अब कम हो रहा था क्युकी अब उसने अपना सर एक जगह रख लिया था और मुझे दखे जा रही थी | मेने अपना काम चालू रखा और पेलता रहा |
अब वो भी धीरे धीरे अपना कमर हिलाने लगी थी और फिर वो बोली सर और जोर जोर से करो, मेने फिर अपनी गति बड़ा दी और कस कस के पेलना शुरू कर दिया, वो इसी पेला पेली मै तिन बार झड चुकी थी पर मै नही झाडा अब तक और फिर कुछ पीएलओ मै मुझे भी लगा की मेरा निकलने वाला हें फिर मेने उससे पूछा की मेरा निकलने वाला हें कहा डालूं मै वो बोली की अंदर नही मुह मै दो मेरे | मेने फिर अपना लंड झट से निकाल के उसके मुह मै दे दिया और उसका मुह एक ही बार मै पूरा भर गया मेरे मुठ से | वो मेरा सारा मुठ पि गयी और उसके बाद मेरे लंड को एक दम अच्छे तरह से चाट चाट के साफ़ कर दी |मेरी फट गयी थी तब तक और उसकी भी सुखी सुखी हाल दिखाई दे रही थी |
हम दोनों एक दुसरे के उपर नंगे सो गये, फिर बिच मै उठा और उसकी चुत मै फिरसे लंड डाल दिया और फिर से लेट गया | साड़ी रात मै उसके उपर लेता रहा और मेरा लंड उसकी चुत मै ही घुसा रहा | इसके बड हम दोनों को चार साल तक एक दुसरे एक साथ खेलने का मोका मिला और हमने उसका पूरा पूरा फ़ायदा उठाया |
The post कोचिंग क्लास के फीस मे चूत लिया appeared first on Desi Sex Stories.