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जो मज्जा थी रात में वो दिन में कहाँ

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हेलो आल रीडर्स, आप सबको मेरा नमस्कार. इस साईट पर मैं अपनी पहली स्टोरी लिख रहा हु. आशा करता हु, कि आप लोगो को जरुर पसंद आएगी. मेरा नाम रवि है और मैं पुणे महारास्ट्र का रहने वाला हु. मेरी ऐज २४ इयर्स है और मैं एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट हु. अब मैं कहानी पर आता हु. मेरी मामी का नाम जाया है और उनकी ऐज २८ साल है. लेकिन दिखने में वो २२ की दिखती है. अगर कोई मर्द उसे अकेले में देख ले, तो किसी भी नजर पहले उसकी फूली हुई गांड और बूब्स पर ही जायेगी. ये कहानी आज से १ साल पहले की है. मामी और मामा की शादी हुए ७ साल हो गए थे. लेकिन कोई बच्चा नहीं हुआ था. तो मामी बहुत उदास रहती थी. मैं उनकी परेशानी को समझता था. लेकिन कुछ कर नहीं सकता था. मैं हमेशा से ही मामी को बहुत रेस्पेक्ट देता था और वो भी मुझे बहुत प्यार करती थी. लेकिन मैंने उनको चोदने के बारे में कभी सोचा नहीं था.

एक दिन की बात है, जब मामा कहानी बाहर गाँव जाने वाले थे २ दिन के लिए.. तो मामी हमारे घर पर रहने की लिए आ गयी थी. हम सब ने उनका स्वागत किया और आराम से बातें करने लगे. फिर ऐसे ही बातें ख़तम हो गयी और रात को खाना खाने के बाद, सब अपने – अपने रूम में सोने के लिए चले गये. हमारे घर में ४ रूम है. १ में मम्मी – पापा सोते है और १ में दादा और दादी और १ रूम गेस्ट के लिए है और चौथा मेरा कमरा है. मामी को गेस्ट रूम में सोने का जाना था. लेकिन मामी को अकेले सोने में डर लग रहा था, तो मामी ने मेरी मम्मी को कहा, कि मैं हॉल में सो जाती हु. तो मम्मी ने कहा – तू हॉल में क्यों सोती है? रवि के कमरे में सो जाओ. तब मामी ने मुझ से कहा, कि रवि अगर तुम्हे कोई परेशानी नहीं है तो? मैंने कहा – भला मुझे क्यों परेशानी होगी? फिर मैं और मामी मेरे रूम में आ गए.

फिर मैंने मामी से कहा – कि आप ऊपर बेड पर सो जाओ और मैं नीचे सो जाऊंगा. तब मामी ने कहा, कि अरे नहीं रवि. तुम नीचे सोयोगे, तो मुझे अच्छा नहीं लगेगा. तुम भी मेरे साथ ऊपर ही सो जाओ. तो मैंने कहा – मामी ये तो सिंगल बेड है. यहाँ जगह नहीं हो पायेगी. तो मामी ने कहा, कोई बात नहीं. हम एडजस्ट कर लेंगे. मैंने भी हाँ में सिर हिला दिया. अब बेड के एक साइड में मैं और एक साइड में मामी सो रहे थे. सोते समय मामी कुछ सोच रही थी. तब मैंने पूछा, मामी क्या सोच रही हो? तब मामी ने कहा – कुछ नहीं… बस ऐसे ही… कुछ खास नहीं. चलो अब जल्दी सो जाओ. तुम्हे कल कॉलेज भी तो जाना होगा? मैंने भी गुड नाईट कह कर लाइट ऑफ कर दी और सो गया. फिर करीब रात को १ बजे मेरे शरीर पर मुझे कुछ दवाब महसूस हुआ. तो मेरी आँख खुल गयी. लेकिन मैं ने कोई रेस्पोंस नहीं किया और वैसे ही सोने की एक्टिंग करता रहा. मैंने देखा, की मामी ने अपनी नाईटी ऊपर की हुई है और मेरे लंड पर अपना हाथ रख कर दबा रही है. मेरी तो साँसे रुक गयी. फिर मामी ने मेरे बरमुडे का नाडा खोल दिया और मेरा अंडरवियर भी नीचे कर दिया.

मेरा लंड तो एकदम से लोहे की तरह कड़क हो गया था. मुझ से भी रहा नहीं रहा था. फिर भी मैंने कण्ट्रोल करके वैसे ही लेटा रहा. शायद मामी को पता चल गया था, कि मैं जाग चूका हु और सिर्फ आँखे बंद करके मजे ले रहा हु. मामी पुरे जोश में मेरे लंड को मसल रही थी और सिस्कारिया भी भर रही थी. लेकिन मैंने कुछ भी रेस्पोंस नहीं देना ठीक नहीं समझा और वैसे ही लेटा रहा. करीब १० मिनट लौड़ा मसलने के बाद, मामी उठी और मेरे लंड को अपने मुह में लेकर धीरे – धीरे चूसने लगी. उस टाइम, मैं तो जन्नत के जैसा फील कर रहा था. फिर मामी ने बहुत जोश में आकर मुझे जागने के लिए कहा. रवि उठो… लेकिन मैं नहीं जागा. तो मामी ने अपनी नाइटी उतार फेंकी और मेरे लंड के ऊपर आकर बैठ गयी. फिर वो धीरे – धीरे ऊपर नीचे होने लगी. मतलब मामी ही मुझे चोद रही थी और मैं चुपचाप लेटा रहा. मामी अब होश से बाहर हो गयी और जोर – जोर से मेरे लंड के ऊपर उछल रही थी और बोल रही थी – ऊऊहोह ह्म्म्म अममम अहहाह आंम्म्म हम्म्म्म रवि… याये उह्ह्ह्ह ऊह्ह्ह्ह… मुझे एक बच्चा चाहिए… दे दे मुझे अहहाह अहहाह…

तब मुझे समझ आ गया, कि मामी ये सब बच्चे के लिए कर रही है. फिर भी मैं वैसे ही लेटा रहा. क्योंकि मैं अगर उनको उठ कर चोद भी देता, तो मैं उन से अगले दिन सुबह नज़र नहीं मिला पता. इसलिए मैंने उसको कोई रेस्पोंस नहीं दिया. करीब १० मिनट हो गये थे और मामी मेरे लंड पर उछल रही थी और अपनी गांड को जोर से हिला रही थी… मेरा पूरा लंड उनकी चूत में अन्दर – बाहर हो रहा था. अब मामी ने अपनी स्पीड भी बड़ा दी और और जोर – जोर से सिस्कारिया भरने लगी. अहः अहः अहहाह रवि हाहाह अहः अहहाह मुह्ह्ह्ह मुह्ह्ह्ह… मेरा भी पानी निकलने वाला था. लेकिन मैं जानता था, कि अगर मामी ऊपर रहेंगी, तो मेरा पानी ठीक से पूरा उनकी चूत में नहीं जा पायेगा. इसलिए ना चाहते हुए भी, मैंने झट से अपनी आँखे खोली और मामी को जोर से पकड़ कर बेड पर लिटा दिया और इस दौरान मेरा लंड उसकी चूत में ही था. अब मामी मेरे नीचे पैर फैलाये पड़ी थी और मैं जोर – जोर से आखरी धक्के लगा रहा था और मामी बेकाबू हो कर मेरे बाल खीच रही थी और मेरे सिर को अपने सीने पर रगड़ रही थी.

अब मेरा पानी छुटने वाला था, तो मैंने भी और तेज धक्का लगाना शुरू कर दिया. मैंने अगले २ मिनट के बाद ढेर सारा पानी मामी की चूत में भर दिया. अब हम दोनों शांत हो गए थे और मैं मामी के ऊपर ही लेटा हुआ पड़ा रहा. ५ मिनट के बाद मामी ने मुझसे कहा – मुझे एक बच्चा चाहिए था और तुम्हारा लंड एकदम दमदार है… मैंने उसको एक बार उस रात और चोदा और कुछ दिनों बाद उनके घर से खुशखबरी आई. ये हमारी उस रात की चुदाई का परिणाम था…

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